News18 Bihar
बिहार में पिछले साल आयी बाढ़ से भयंकर क्षति हुई थी. सबसे ज्यादा किसानों को त्रासदी झेलनी पड़ी थी. यहां करोड़ों हेक्टेयर में लगी अरबों रुपये की फसल बर्बाद हो गयी थी. जिसके बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने कृषि विभाग को किसानों की फसल क्षति की भरपाई करने के लिए कृषि इनपुट राशि के तहत 894 करोड़ रुपये दिए थे.
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा दिए गए इस राशि को हर हाल में 31 दिसम्बर 2017 तक लाभुक किसानों के खाते में भेज देने थे. लेकिन इस आदेश के कई माह बीत जाने के बाद भी पीड़ित किसानों के खाते में अबतक महज कुछ फीसदी राशि ही भेजी जा सकी है. किसानों की समस्याओ और उनके कृषि इनपुट अनुदान को लेकर जदयू के प्रदेश महासचिव और पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने कृषि मंत्री प्रेम कुमार को कई बार पत्र लिखा. बावजूद इसके किसानों के खाते में महज 30 से 40 फीसदी राशि ही भेजी जा सकी है. जबकि मंत्री का दावा का है कि कृषि इनपुट का 75 फीसदी राशि किसानों के खाते में भेज दिए गए हैं.
बिहार सरकार द्वारा जारी किये गए आंकड़ों के मुताबिक अकेले गोपालगंज में 2868 लाख रूपये कृषि इनपुट अनुदान की राशी आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा कृषि विभाग को दिए गये. 7 मई 2018 तक के विभागीय आंकड़े के मुताबिक इस इनपुट राशि का कृषि विभाग के द्वारा महज 1099 लाख रूपये की ही निकासी की जा सकी है. राशी को अभी तक किसानों के खाते में भेजे नहीं गए है. सिर्फ आपदा प्रबंधन विभाग के खाते निकासी की गयी है.
देश की 70 फीसदी आबादी गांवों में रहती है और कृषि पर ही निर्भर है।
बिहार में पिछले साल आई बाढ़ से भयंकर क्षति को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने कृषि विभाग को 19 जिलों के किसानों के लिए कृषि इनपुट राशि के तहत 894 करोड़ रुपये दिये थे।
बिहार में पिछले साल आयी बाढ़ से भयंकर क्षति हुई थी. सबसे ज्यादा किसानों को त्रासदी झेलनी पड़ी थी...