ब्यूरो, अमर उजाला, पटना
हार में पिछले साल आई बाढ़ से भयंकर क्षति को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने कृषि विभाग को 19 जिलों के किसानों के लिए कृषि इनपुट राशि के तहत 894 करोड़ रुपये दिये थे। इस राशि को हर हाल में 31 दिसंबर, 2017 तक लाभुक किसानों के खाते में भेज देने थे, लेकिन अब तक किसानों के खाते में महज 30 से 40 फीसदी राशि ही आयी है।
सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अकेले गोपालगंज में 2868 लाख कृषि इनपुट अनुदान की राशि आपदा प्रबंधन विभाग ने कृषि विभाग को दी।
7 मई 2018 तक महज 1099 लाख की ही निकासी की जा सकी है। वो राशि भी सिर्फ आपदा प्रबंधन विभाग के खाते निकासी की गई है, किसानों के खाते में नहीं भेजी गई है। पूरे राज्य में अनुदान का महज 61 फीसदी राशि ही कृषि विभाग द्वारा निकासी की जा सकी है। यह राशि अब तक किसानों के खाते में नहीं भेजी गई है।
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने दावा किया है कि अनुदान का 70 से 75 फीसदी राशि किसानों के खाते में भेज दी गई है। वहीं, जदयू के प्रदेश महासचिव और पूर्व विधायक मंजीत सिंह की माने तो गोपालगंज में किसी भी किसान को कृषि इनपुट अनुदान की राशी नहीं दी गई। इसलिए मंत्री का दावा एकदम गलत है।
देश की 70 फीसदी आबादी गांवों में रहती है और कृषि पर ही निर्भर है।
बिहार में पिछले साल आई बाढ़ से भयंकर क्षति को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने कृषि विभाग को 19 जिलों के किसानों के लिए कृषि इनपुट राशि के तहत 894 करोड़ रुपये दिये थे।
बिहार में पिछले साल आयी बाढ़ से भयंकर क्षति हुई थी. सबसे ज्यादा किसानों को त्रासदी झेलनी पड़ी थी...